Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
लोगों के परिवार के 5 लोग झोपड़ी के अंदर सो रहे थे, तभी झोपड़ी में आग लगी गई। छप्पर गिरने की वजह से बाहर से लोग उन्हें बचाने अंदर नहीं घुस पाए।
कानपुर देहात में एक झोपड़ी में आग लगने से माता-पिता और तीन बच्चों की जिंदा जलकर मौत हो गई। 7 लोगों के परिवार के 5 लोग झोपड़ी के अंदर सो रहे थे, तभी झोपड़ी में आग लगी गई। छप्पर गिरने की वजह से बाहर से लोग उन्हें बचाने अंदर नहीं घुस पाए।
मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने जब तक आग पर काबू पाया, तब तक पांचों लोग और पूरी गृहस्थी जल गई। थाना प्रभारी, सीओ और एसपी देर रात मौके पर पहुंचे और जांच-पड़ताल के बाद शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। घटना रूरा थाना क्षेत्र के हारामऊ गांव में बंजारों की बड़ी बस्ती की है।
गांव के लोगों को आशंका है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से झोपड़ी में आग लगी है। रात में जब सब सो रहे थे तभी शॉर्ट सर्किट हुआ और झोपड़ी में आग गई। वहीं, पुलिस भी इसी बात को आग लगने का कारण बता रही है।
रूरा के हारामऊ गांव में एक बंजारा डेरा है। डेरा में सैकड़ों परिवार झोपड़ी बनाकर रहते हैं। इस डेरे में प्रकाश अपनी पत्नी रेशम, बेटे सतीश, बहू काजल व दो पोता, एक पोती के साथ झोपड़ी में रहते हैं। प्रकाश व सतीश मजदूरी करते थे। कल भी वह रोजाना की तरह मजदूरी कर घर लौटे। घर पर पत्नी, बहू व बच्चों के साथ खाना खाया। इसके बाद पूरा परिवार झोपड़ी के अंदर सोने चला गया।
झोपड़ी के बाहर दरवाजे पर ही एक चारपाई डालकर प्रकाश व पत्नी रेशम सोए थे। जब देर रात झोपड़ी से आग लगी, तो सबसे पहले माता-पिता ही जगे। आग की लपटें देख गांव में हो-हल्ला मचने लगा। लेकिन जब तक डेरे के लोग आग बुझाने की कोशिश करते, तब तक छप्पर गिरने से पांचों जिंदगियां खत्म हो गईं।